कविता "एतबार नही करते"
जिन्हें अपनी सच्चाई पर भरोसा होता है वे कभी झूठ का कारोबार नही करते जिनके चलनेसे कारवां खुद व खुद बनता है वे किसीके साथ आने...
कविता "एतबार नही करते"
" और वह डूब गया....."
एक कविता- दोस्तो के नाम
कविता "रंगों में घोल दें"
संस्मरण-"होली का हुड़दंग"
"हमारी ज्यादातर चिंताएँ व्यर्थ है"
" क्या आपको गुस्सा आता है ?"
" पाँच दीनार "
संत रविदास
बिहार के लेनिन-जगदेव प्रसाद
कविता " लड़ना सीखो "
"शहीद दिवस"
" गणतंत्र-दिवस "
" जननायक कर्पूरी ठाकुर "
" मन को कैसे बदलें "
" माता फ़ातिमा शेख "
" माँ -- ओ मेरी माँ "
कविता " ऐ ज़िन्दगी "
कविता #नया सूरज, नया सबेरा#
" रोगी की सेवा परमात्मा की सेवा "