प्रकाश पर्व दीपावली की ढेरो सारी बधाइयां।
एक दीपावली बाहर की है, एक भीतर की। बाहर की दीपावली आती और चली जाती है। हमे सर्वत्र प्रकाश बढ़ाना है। बाहर का ही नही, भीतर का भी। इस...
प्रकाश पर्व दीपावली की ढेरो सारी बधाइयां।
कहाँ ढूंढूगा ?
न्याय नहीं मिलता
उम्मीद करना छोड़ दीजिए
बाप बेटे का रिश्ता
ये ज़िंदगी है क्या ?
मुलाकात अच्छा लगता है
पश्चाताप करेगें ?
अपनी उलझने खुद सुलझाओ
जिन्दगी समझना
एक प्रश्न
गुरुर भी टूटेगा
कविता " बाबा साहब को नमन "
ईद मुबारक
कविता " रंगों में घोल दें "
" विकल्प तलाशना चाहिए "
श्रद्धांजलि
जयंती " जननायक कर्पूरी ठाकुर "
कविता "सच कहने से डरता है"
मुस्कुराना सीख लिया हैं