कविता " रंगों में घोल दें "
आज आई है होली लिए खुशियों की झोली देखो रंगों के साथ आई लड़को की टोली कहीं हरे कहीं लाल रंगें हैं सबके गाल कहीं छूटती...
कविता " रंगों में घोल दें "
" विकल्प तलाशना चाहिए "
कविता "सच कहने से डरता है"
मुस्कुराना सीख लिया हैं
मां, ओ मेरी मां
कविता "गाँधी बाबा कहाँ हो तुम ?"
कविता "हिंदी दिवस मनाये"
कविता " कल्पित परिकथा "
कविता "मेरी आशिकी नई नई है"
कविता "रो कर क्या करोगे"
कविता " विश्वास करते हैं "
कविता " बाबा साहब को नमन "
कविता "एतबार नही करते"
एक कविता- दोस्तो के नाम
कविता " लड़ना सीखो "
कविता " ऐ ज़िन्दगी "
कविता #नया सूरज, नया सबेरा#
कविता "मुबारक हो क्रिसमस"
कविता " सवाल पूछतें हैं "
कविता " एक गुज़ारिश "