Kishori RamanMar 251 minकविता " रंगों में घोल दें "आज आई है होली लिए खुशियों की झोली देखो रंगों के साथ आई लड़को की टोली कहीं हरे कहीं लाल रंगें हैं सबके गाल कहीं छूटती...
Kishori RamanFeb 291 min" विकल्प तलाशना चाहिए "जब सता का अहंकार लोकतंत्र से बड़ा होता है तब वह इंसानियत के खिलाफ़ खड़ा होता है जनता पाखंड में ही दुखों का निदान ढूंढती है और...
Kishori RamanJan 201 minकविता "सच कहने से डरता है"हवाओं का रुख देख कर लोग आज चुप हैं पर परेशान वो भी हैं जो कभी बोलते ही नही हम तो ज़ुबान रखते हैं और बोलते ही रहते हैं भले ही हमारा बोलना...
Kishori RamanJan 101 min मुस्कुराना सीख लिया हैं हमारी तो जिन्दगी गुजर जाती है इंतजार में पर हमे कभी मनचाहा किरदार नही मिलता शोहरत और दौलत तो हमे मिल भी जाते हैं पर सच्चा दोस्त और...