top of page

मेरी रचनाएँ
Search


Kishori Raman
Nov 30, 20232 min read
कहानी "असली चीज आप स्वयं हैं"
एक बूढ़ा आदमी अपने घर के दरवाजे पर बैठा हुआ था। तभी वहां से एक घुड़सवार गुजरा। बूढ़े आदमी को देख कर वह घुड़सवार रुका और बूढ़े आदमी से...
148 views2 comments


Kishori Raman
Sep 22, 20231 min read
लघुकथा"इसीलिए मैं खुश हूं"
एक गांव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। वह अपने आप को दुनियां का सबसे दुखी व्यक्ति समझता था। वह हमेशा क्रोध से भरा हुआ और चिड़चिड़ा रहता। उसे...
91 views3 comments


Kishori Raman
Aug 23, 20232 min read
लघुकथा "सुख के लिए भटकना क्यों"
एक गांव में एक कलाकार रहता था। लकड़ी को तराश कर सुंदर सुंदर मुर्तियां बनाता, फिर उन्हे बेच कर पैसे कमाता और आराम से अपनी ज़िंदगी बसर करता।...
93 views2 comments


Kishori Raman
Apr 28, 20233 min read
" घोड़ा उड़ भी सकता है "
ये चीन की एक लोककथा है। बहुत पुरानी बात है। एक राजा अपने मंत्री से किसी बात पर नाराज हो गया। उसने उस मंत्री को फांसी की सजा सुना दी। सारे...
120 views2 comments


Kishori Raman
Apr 25, 20232 min read
" भविष्य पर भरोसा "
एक राजा था। वह अपनी प्रजा को बहुत चाहता था। उसका मानना था कि उसके मंत्री और अमले राज्य के बारे में उसे अच्छी बाते ही बताएंगे, खराब की तो...
113 views3 comments


Kishori Raman
Mar 29, 20232 min read
लघुकथा."धन्यवाद का भाव"
सूफ़ी फकीर जुनैद एक रास्ते से गुजर रहे थे। उनकी ये आदत थी कि वे जब चलते थे तो बीच बीच में आकाश को निहार लिया करते थे मानो दूर जो ईश्वर...
108 views1 comment


Kishori Raman
Mar 16, 20232 min read
" और वह डूब गया....."
अक्सर हम अपनी सारी जिंदगी उन चीज़ों को पाने में लगा देते हैं जिनका एक समय के बाद कोई महत्व नही रह जाता। हम उन्ही चीजों को संभालने में लगे...
118 views4 comments


Kishori Raman
Sep 19, 202211 min read
कहानी "वह लड़की -निम्मी"
सुबह सुबह ही मैं निकल पड़ा सासाराम के मोहल्ला लस्करीगंज टोला कोठाटोली की ओर। चलते चलते मैं जब मंदोदरी बूढ़ी के दरवाजे पर पहुँचा तो चौक उठा।...
96 views2 comments


Kishori Raman
Aug 9, 20225 min read
लघुकथा - " हाय रे किस्मत "
जैसे ही मैं अपने ऑफिस पहुँचा, मेरे फ़ोन की घंटी बज उठी। देखा तो राजन का कॉल था। सोंचा, बात कर लूँ लेकिन फिर कुछ सोंच कर अपना ईरादा बदल...
98 views4 comments


Kishori Raman
Jul 27, 20228 min read
कहानी " मौसा "
रात की ट्रेन से सुबह घर पहुँचा था। सोचा था, एक-दो घंटे सो लूँगा तो दिमाग फ्रेश हो जाएगा। तभी शोर सुन कर नींद खुल गई। छोटी बेटी नीता खिड़की...
77 views2 comments


Kishori Raman
Mar 1, 20223 min read
# घमंड ही पतन का कारण है #
एक गाँव मे एक मूर्तिकार रहता था। वह मूर्तिकला में पारंगत एक बेजोड़ कलाकार था। मूर्तिकला के लिए उसने अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया। उसकी...
87 views3 comments


Kishori Raman
Dec 19, 20216 min read
# वो लड़की•••• (दूसरा भाग) #
बहुत देर याद करने का प्रयास करने के बाद भी जब उसे कुछ याद नही आया तो उसने कुछ निर्णय किया। उसने झटपट अपने कपड़े पहने और होटल से बाहर आ...
83 views2 comments


Kishori Raman
Dec 18, 20217 min read
# वो लड़की ••••#
जयन्त बैंक के डोरंडा शाखा में आयोजित ऋण वसूली शिविर में भाग लेने के लिए पटना से राँची आया था। तत्काल में वह पटना के अंचल कार्यालय में...
77 views3 comments


Kishori Raman
Dec 2, 20217 min read
# मछली-भात #
जाड़े की छुट्टियों का हम लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता था। हमारे समय में बड़ा दिन की छुट्टी के पहले ही हम लोगों की परीक्षा समाप्त हो...
121 views4 comments

Kishori Raman
Nov 28, 20214 min read
# हार कभी न माने #
मुसीबत के समय या बिपरीत परिस्थितियों में अक्सर ही हम हिम्मत हार जाते हैं। फिर निराश हो या तो अपनी किस्मत को कोसते है या इसका ठीकरा किसी...
64 views4 comments


Kishori Raman
Nov 24, 20214 min read
*एक साँवली सी लड़की - राम्या*- भाग -३
खैर , दुसरे दिन शाम को चार बजे तैयार हो गया / नया शर्ट पेंट, बाल मूंछे अच्छे से सेट करवाया था / मिसेज़ ने मजाक में कहा …अरे आज तो बड़े...
85 views4 comments


Kishori Raman
Nov 23, 20214 min read
एक साँवली सी लड़की - राम्या*- भाग -२
हालाँकि मैं बड़ा शरीफ दीवाना था , किसी को पता नहीं चलने देता था कि मैं उस लड़की को चाहता हूँ, पर यार दोस्त को पता चल ही गया था एक्सीडेंट...
88 views2 comments


Kishori Raman
Nov 22, 20214 min read
*एक साँवली सी लड़की - राम्या*- भाग -१
रविवार का दिन था | मैं परिवार वालों के साथ बैठा फिल्म देख रहा था तभी छोटी बेटी , नेहा चिल्लाई ..अरे पापा आपका मोबाइल बज रहा है | बेटी...
256 views3 comments


Kishori Raman
Oct 7, 20215 min read
लघु-कथा
पटना मार्केट का घनचक्कर आलोक पटना मार्केट के बाहर खड़ा अपने दोस्तों का इंतजार करते करते थक चूका था। उसे जोरो की भूख लग रही थी और दोस्तो पर...
96 views3 comments


Kishori Raman
Oct 4, 20214 min read
लघु -कथा -- वफ़ादार कौन ?
थाना प्रभारी मदन सिंह थाने के बरामदे में बैठे थे। उनके सामने एक फ़ाइल थी जिसके स्टडी में वे डूबे हुए थे। तभी फोन की घंटी बजी और कुछ देर...
74 views3 comments
bottom of page