top of page

मेरी रचनाएँ
Search


Kishori Raman
Feb 26, 20241 min read
श्रद्धांजलि
विनोद कुमार सिन्हा ( रांची एग्रीकल्चर कॉलेज सन 1977 80 बैच ) को श्रद्धांजलि। विनोद भाई हम सब दोस्तों को अनाथ कर कहाँ चले गए ? तुम ही तो...
157 views
1 comment


Kishori Raman
Jan 23, 20242 min read
जयंती " जननायक कर्पूरी ठाकुर "
आज जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की जयन्ती है। 24 जनवरी सन 1924 ईस्वी को समस्तीपुर के पितौंझिया गांव ( अब कर्पूरी ग्राम) में उनका जन्म हुआ था।...
84 views
3 comments


Kishori Raman
Jan 20, 20241 min read
कविता "सच कहने से डरता है"
हवाओं का रुख देख कर लोग आज चुप हैं पर परेशान वो भी हैं जो कभी बोलते ही नही हम तो ज़ुबान रखते हैं और बोलते ही रहते हैं भले ही हमारा बोलना...
111 views
3 comments


Kishori Raman
Jan 10, 20241 min read
मुस्कुराना सीख लिया हैं
हमारी तो जिन्दगी गुजर जाती है इंतजार में पर हमे कभी मनचाहा किरदार नही मिलता शोहरत और दौलत तो हमे मिल भी जाते हैं पर सच्चा दोस्त और...
135 views
4 comments


Kishori Raman
Jan 8, 20241 min read
मां, ओ मेरी मां
इस जिंदगी में तेरी कमी मुझे सताती है लौट आओ मेरी मां मुझे तेरी याद आती है आज जो भी हैं हम सब तेरे ही बदौलत हैं आशीर्वाद आपका मां...
117 views
3 comments


Kishori Raman
Jan 4, 20241 min read
शत शत नमन
आज मेरे पिता जी की पुण्य तिथि है। 5 जनवरी 2013 को पिता जी का और इसके तीन दिन बाद 8 जनवरी 2013 को मेरी माता जी का स्वर्गवास हुआ था। हम सब...
85 views
3 comments


Kishori Raman
Dec 31, 20231 min read
नव वर्ष 2024 की बधाई
आपको और आपके परिवार को नव वर्ष 2024 की बधाई एवम ढेरो सारी शुभकामना। नया सबेरा आए नई किरणों के साथ ख्वाब हो आपका पूरा मिले अपनो...
50 views
1 comment


Kishori Raman
Dec 24, 20231 min read
क्रिसमस पर्व की बधाई।
आज 25 दिसम्बर है, प्रभु ईसा मसीह का जन्मदिन, जिसे सारी दुनियां क्रिसमस पर्व के रूप में मनाती है। इस अवसर पर आप सबको क्रिसमस पर्व की बधाई।...
47 views
1 comment


Kishori Raman
Nov 30, 20232 min read
कहानी "असली चीज आप स्वयं हैं"
एक बूढ़ा आदमी अपने घर के दरवाजे पर बैठा हुआ था। तभी वहां से एक घुड़सवार गुजरा। बूढ़े आदमी को देख कर वह घुड़सवार रुका और बूढ़े आदमी से...
148 views
2 comments


Kishori Raman
Nov 11, 20231 min read
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
दीपक की रौशनी, पटाखों की आवाज़ बिखरी है खुशियां चारो तरफ आज आएं हम मिल जुल कर पर्व ये मनाएं हम सब के जीवन में सुख समृद्धि आए आपको...
47 views
1 comment


Kishori Raman
Oct 1, 20231 min read
कविता "गाँधी बाबा कहाँ हो तुम ?"
बापू तेरी प्यार की भाषा सत्य अहिंसाकी परिभाषा समझ नहीं हम पाते है बस झूठा स्वांग रचाते है चारो ओर मची है धूम गाँधी बाबा कहाँ हो...
67 views
3 comments


Kishori Raman
Sep 22, 20231 min read
लघुकथा"इसीलिए मैं खुश हूं"
एक गांव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। वह अपने आप को दुनियां का सबसे दुखी व्यक्ति समझता था। वह हमेशा क्रोध से भरा हुआ और चिड़चिड़ा रहता। उसे...
91 views
3 comments


Kishori Raman
Sep 13, 20232 min read
कविता "हिंदी दिवस मनाये"
14 सितंबर 1949 को संविधान की भाषा समिति ने हिंदी को राजभाषा के पद पर आसीन किया था। आज इतने सालो के बाद भी हमे हिंदी माह या हिंदी पखवारा...
82 views
2 comments


Kishori Raman
Aug 23, 20232 min read
लघुकथा "सुख के लिए भटकना क्यों"
एक गांव में एक कलाकार रहता था। लकड़ी को तराश कर सुंदर सुंदर मुर्तियां बनाता, फिर उन्हे बेच कर पैसे कमाता और आराम से अपनी ज़िंदगी बसर करता।...
93 views
2 comments


Kishori Raman
Aug 14, 20231 min read
आज़ादी की 77 वी वर्षगांठ
देश हमारा सबसे न्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा आज़ादी की 77 वी वर्षगांठ के शुभ अवसर पर आपसबों को बधाई और शुभकामनाएं। महात्मा गांधी, भगत...
92 views
3 comments


Kishori Raman
Aug 10, 20231 min read
कविता " कल्पित परिकथा "
जिस जिन्दगी को हकीकत मानते हैं वो हमारी कल्पित परि कथा होती है जब अपने भी छोड़ देते हैं अकेला तब हमारे साथ हमारी ब्यथा होती है मौत से...
117 views
3 comments


Kishori Raman
Jul 1, 20231 min read
कविता "मेरी आशिकी नई नई है"
आज प्रस्तुत है एक पुरानी कविता, उन ...
126 views
3 comments


Kishori Raman
Jun 7, 20231 min read
कविता "रो कर क्या करोगे"
चलने वाले को मंज़िल मिलेगी ही अगर उसमे चलने का जुनून होगा पर ये विश्वास भी होना चाहिए कि अगले मोड पर सुकून होगा जीवन के इस ...
126 views
3 comments


Kishori Raman
Jun 4, 20232 min read
* संत कबीर *
बहुजन परंपरा के संतों में भगवान बुद्ध के बाद जन -मानस को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले संतो में संत कबीर का स्थान अग्रणी है। धार्मिक...
104 views
3 comments


Kishori Raman
May 29, 20235 min read
ऋणं कृत्वा घृतं पीवेत (चार्वाक दर्शन)
ऋणं कृत्वा घृतं पीवेत यावत जीवेत सुखं जीवेत भस्मी भूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुतं हमे अक्सर ही उपरोक्त पंक्तियां पढ़ने, सुनने को...
252 views
3 comments
bottom of page