कविता "कुछ पल दोस्तों के साथ"
दोस्ती के इबारत को आप पढ़ा कीजिए दोस्त बना कर कुछ किस्से गढ़ा कीजिए दोस्त से बड़ाकोई तोहफ़ा नही जिंदगी में दोस्तों के लिए अपना दिल बड़ा कीजिए ...
कविता "कुछ पल दोस्तों के साथ"
" आत्म-नियंत्रण की कला "
" अनोखा त्योहार--जनी शिकार "
संस्मरण - भई गती साँप छुछुन्दर की
कविता "मशाल जलाना होगा"
कहानी "वह लड़की -निम्मी"
कविता " हार मान लूँ ?"
कविता " हर दिन हिन्दी दिवस मनायें
"हिन्दी दिवस"का नाटक क्यो ?
" एक लगोंट सात भाई .."
कविता " आओ थामे अपना तिरंगा "
" आज़ादी का अमृत-महोत्सव "
कविता "सच्चाई नही होती"
" सवाल पूछता है ? "
मेरे ब्लॉग की पहली वर्षगांठ
कविता " ज़िन्दगी और मौत "
कविता "कभी नही झुकने देंगें"
कविता " रक्षा-बंधन "
शहीदों के मजारों पर....
" अगर औरतें नही होती.."