राजभाषा हिन्दी हमारे देश की शक्ति है यह भारतीयों की सजह अभिब्यक्ति है हिन्दी भाषा तो हम सब की पहचान है हमारे देश की आन बान और शान है हिन्दी केवल भाषा नही,यह संस्कृति भी है यह जीवन दर्शन औऱ हमारी प्रकृति भी है इससे आती है वतन के मिट्टी की खुशबू इसमें हमारी परंपराओं की स्वीकृति भी है हिन्दी हमारे देश के सम्मान से जुड़ा है यह भारत वासियों के अरमान से जुड़ा है हिन्दी इस देश के जन जन की भाषा है इसमें सत्य और अहिंसा का मान जुड़ा है खण्ड खण्ड रहे भारत ने जब हिन्दी को संपर्क भाषा के रूप में अपनाया था स्वतंत्रता संग्राम को मिली थी नई शक्ति देश मे आजादी का परचम लहराया था आज कार्यालयोऔर संस्थानों मे जब हिन्दी दिवस समारोह मनाये जाते हैं तब दिखावे के लिए सिर्फ एक दिन राज भाषा हिन्दी के गुण गाये जाते है आओ हम राज भाषा को अपनायें सब मिलकर इसे और समृद्ध बनायें सिर्फ एक दिन क्यों हो हिन्दी दिवस सालों भर हम हिन्दी दिवस मनायें किशोरी रमण
यादों के झरोखे से "हिन्दी दिवस समारोह में लघु-नाटक की प्रस्तुति
मंच पर एकल नाटक की प्रस्तुति
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शानदार पोस्ट
हिन्दी हमारी जान है ,
हिन्दी हमारी शान है --
हिन्दी ही हमारी पहचान है।
अंग्रेज़ी तो उधार की भाषा है।
अपने हिन्दी-धन को समृद्ध बनाना है।
अंग्रेज़ी के कर्ज को मिटाना है।
:-- मोहन मधुर"
वाह, बहुत सुंदर कविता।
Very nice...