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# किस बात का गुरूर है ?#

  • Writer: Kishori Raman
    Kishori Raman
  • Nov 27, 2021
  • 1 min read

वाह रे दुनिया तुझे किस बात का ग़ुरूर है तू लाख जतन कर ले तुझे जाना जरूर है धरे रह जायेगें ये तेरे महल और चौबारे वक़्त के आगे तो यहाँ हर कोई मज़बूर है आज जो तेरेपास है कल किसीऔर का था ये ज़िन्दगी तो है बस एक अंतहीन कथा ये धन,दौलत, ग़ुरूर सब यहीं रह जायेगें बस बदल जायेगा तो केवल इनका पता कुछ अजीब सा दस्तूर है इस जमाने का यहाँ देखते नही, शौख रखते है दिखाने का खुद तो समझ नहीं पाते अपनी ज़िन्दगी को और दंभ भरते हैं दुनिया को समझाने का आज तक तुम जिसे समझते रहे हो अपना वह है नजरों का धोखा और हसीन सपना ये रिश्ते-नाते कल किसी काम न आएगा आँखे बंद होते ही इनका अर्थ बदल जायेगा किशोरी रमण BE HAPPY....BE ACTIVE...BE FOCUSED...BE ALIVE If you enjoyed this post, please like , follow,share and comments. Please follow the blog on social media.link are on contact us page. www.merirachnaye.com




1件のコメント


不明なメンバー
2021年11月28日

Very nice.....

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