आज जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की पुण्यतिथि है। 17 फ़रवरी 1988 को उनका निधन हुआ था।
इस अवसर पर उनको शत शत नमन एवं अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।
उन्होंने न केवल देश के आज़ादी की लड़ाई लड़ी बल्कि दलितों, पिछड़ो और गरीबों के सामाजिक न्याय की लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाई।
वे सादगी और ईमानदारी के पुरोधा थे जिन्होंने सत्ता के उच्च शिखर पर पहुँच कर भी मोहमाया से अनासक्त बने रहे। उनकी कथनी और करनी में कोई फर्क नही था। उन्होंने निजी और सावर्जनिक जीवन दोनो में आचरण के ऊँचे मानदंड स्थापित किये। उन्होंने अपमान का घूँट पीकर भी बदलाव की इबारत लिखी। उनके ही प्रयास से बिहार में दलितों, पिछड़ो और वंचितों को हक़ मिला और वे राजनीति ही नही बल्कि हर छेत्र में आगे बढ़ सके।
आईये, आज हम सब संकल्प ले की उनके बताए रास्ते पर चलेगें और उनके शोषण एवं भेदभाव मुक्त समाज के सपने को साकार करेंगे।
पुनः उस युगपुरुष और जननायक को नमन एवं श्रद्धांजलि
किशोरी रमण
BE HAPPY....BE ACTIVE...BE FOCUSED...BE ALIVE
If you enjoyed this post, please like , follow,share and comments.
Please follow the blog on social media.link are on contact us page.
www.merirachnaye.com
शत नमन! शत शत नमन!
very nice....
शत शत नमन