तीन मिनी कविताएँ
- Kishori Raman
- Sep 15, 2021
- 1 min read
Updated: Sep 16, 2021

कविता
टूटे दिलो की तड़पन है और जमाने भर की पीड़ा या फिर कल्पनाओं और खुशियों का खुला आकाश जहाँ न हँसने का कोई समय होता है और न उड़ने की कोई सीमा ।
पैसा
ये रिश्ते नाते सब झूठ है सब एक जैसा सच है अगर तो केवल एक पैसा महत्वकाक्षाएं
महत्वकाक्षाएं
जब पूरी नही होती
तो बुरी हो जाती है
अच्छी होती है तब
जब वे पूरी हो जाती है।
किशोरी रमण
very nice.....
वाह, बहुत सुंदर और भावपूर्ण कविता ।