मुझे जिन्दगी में तेरी कमी बहुत सताती है।
लौट आ मेरी माँ तेरी बहुत याद आती है।
आज मेरी माता जी की पुण्यतिथि है। आज से ठीक दस साल पहले 5 जनवरी को पिता जी का और उसके तीन दिन बाद 8 जनवरी को माता जी का स्वर्गवास हुआ था। आज मैं सपरिवार अपने माता पिता जी को नमन करता हूँ और भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। हम सब आज जो भी हैं वो आप दोनो के मेहनत, दया और पुण्य प्रताप से ही हैं। हम सब सदैव आप दोनों के ऋणी रहेगें। हम लोगों को आपके आशीर्वाद और मार्गदर्शन की हमेशा जरूरत रहेगी। आप का प्यार मरहम की तरह है जो हमारे सारे जख्म भर देते हैं आपका आशीर्वाद दीपक की तरह है जो हमारे जहाँ को रौशन कर देते हैं
किशोरी रमण
माता और पिता जी को शत शत नमन।
सत् सत् नमन 🙏
माता एवं पिताजी को