विनोद कुमार सिन्हा ( रांची एग्रीकल्चर कॉलेज सन 1977 80 बैच ) को श्रद्धांजलि।
विनोद भाई
हम सब दोस्तों को अनाथ कर कहाँ चले गए ?
तुम ही तो हम सब दोस्तों को एक सूत्र में पिरोकर रखने वाले सूत्रधार थे।
दूसरो के दुख से दुखी होने वाले, दोस्तों की मदद को हमेशा तैयार रहने वाले, निराशा के क्षणों में सबको मोटिवेट करने वाले क्यों हम सबको अलविदा कह विदा हो गए दोस्त ?
कुछ दिन पहले ही तो तुमने मेरी बेटी से बात कर उसे ठीक से पढ़ाई करने की हिदायत दी थी और पटना आने का वादा किया था। अब उस वादे का क्या होगा ?
सन 1977 से शुरू हुआ था अपना याराना। बीच में भी हम लोग मिलते जुलते और बाते करते रहे थे। पिछले एलुमिनी मीट में तुम हम सबों से मिलने आए भी थे पर इस बार तो मीट के एक दिन पहले ही इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया।
तुम्हारे इस तरह चले जाने से हम दोस्त स्तब्ध है, निःशब्द है और बहुत दुखी है।
भगवान से प्रार्थना है कि पवित्र आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे और परिवार को इस दुखद घड़ी में संबल प्रदान करे।
किशोरी रमण।
पिछले साल (सन 2023) रांची एग्रीकल्चर कॉलेज के एलुमिनी मीट में संदीप, विनोद, में और मनोज।
दिनांक 19.02 2024 को मनोज के घर पर सब दोस्तों के साथ विनोद।
Naman 🙏