Kishori RamanMar 7, 20231 min कविता "रंगों में घोल दें"आज आई है होली लिए खुशियों की झोली देखो रंगों के साथ आई लड़को की टोली कहीं हरे कहीं लाल रंगें हैं सबके गाल कहीं छूटती...
Kishori RamanMar 6, 20235 min संस्मरण-"होली का हुड़दंग"आज जमाना बदल गया है। हम पहले से ज्यादा सभ्य और शिक्षित हो गए है। पर इसकी कीमत भी हमे चुकानी पड़ी है। आज सब कुछ रहते हुए भी हम अकेले हैं।...
Kishori RamanFeb 23, 20232 min"हमारी ज्यादातर चिंताएँ व्यर्थ है"एक बड़ा धनवान व्यक्ति था। उसके पास इतना धन तो था ही कि उसका परिवार उस धन से बड़े मजे से जीवन बिता सकता था। फिर भी वह चिंतित रहता था। वह...
Kishori RamanFeb 21, 20233 min" क्या आपको गुस्सा आता है ?"मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा, क्या आपको भी गुस्सा आता है ? पहले तो मुझे लगा कि यह क्या सवाल है ? गुस्सा तो सबको आता है। फिर मैंने सोंचा तो...